दीपावली का महत्व सिर्फ बाहरी दुनिया के अंधकार को मिटाना नहीं है ! बल्कि यह अपने भीतर के अंधकार को दूर करने का भी त्यौहार है ! जाहिर है की आन्तरिक अँधेरा दिया और बाती से नहीं ! ज्ञान की रोशनी से दूर होगा ! यह सुखद है की देश में शिक्षा का प्रसार तेजी से हो रहा है लेकिन अभी भी इस दिशा में मीलों का सफर बाकि है ! तमाम आकडे इस बात के गवाह है की सरकारी कोशिशे बेकार शाबित हो रही है ! ऐसे में अज़ीम प्रेम जी की तरह ही दीपावली मानाने का संकल्प लेना होगा ! याद कीजिये उन्होंने दो अरब डालर इस देश के गरीब और अशिक्षित बच्चो के तकदीर सवारने के दान किया है ! हमे दीपावली यह भी सीख देती है कि हमे दीपक जैसा उदार होना चाहिए ! वह अपने रोशनी से दुसरो का मार्ग अलोकिक करता है !इस लिए संकल्प का भी पर्व है !
जय सिंह