शुक्रवार, 12 अगस्त 2011

दिल को हँसा दीजिये

दिल को हँसा दीजिये 
 यूँ न हमको सजा दीजिये
 कल  मिले ना मिले क्या खबर
   आज ही दिल से दिल को मिला लीजिये 
जख्म सुखा नहीं इल्तजा है मेरी 
  पाव रख कर ना दिल पे चला कीजिये 
 पास  आये नहीं हम खफा तो नहीं 
    दूर ही से ही मगर हौसला दीजिये
  हम  रहे ना रहे इस जहाँ में सही 
   फिर मिले यह  खुदा से दुआ कीजिये
 आप ही से मिली ये जिंदगी मुझे 
     मेरे मरने की यूँ ना दुआ कीजिये
आपका ------------------जय सिंह 

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