बुधवार, 25 मई 2011

बेटियां

होनहार बेटियां  देश की शान बेटियां
                          बेटियां

आँख जो सपने संजोये ,वो  अरमान है बेटियां  
याद रखना इस जहाँ की शान है बेटियां   
माँ -बाप को जो तंग न करे, दर्द न देना जाने  
अपने ही घर में मेहमान है बेटियां 
कितनी सुन्दर, कितनी प्यारी होती है   
ये आपके ही आँखों की, निगेहबान है बेटियां 
माँ के गर्भ में ही कत्ल कर देते है उन्हे  
मुरझाकर भी उफ़ न करे, ऐसी गुलेदान हैं बेटियां 
नाजुक कन्धों पर भी उठा ले, भार सारे परिवार का 
ये खुदा, ये ईश्वर, ये रहमान हैं बेटियां 
थोडा पाकर ज्यादा देती, कभी न इंकार करे 
स्नेह बाटे फिर भी न जताए एहसान 
एसी ही  होनहार हैं बेटियां 

आपका ------- 
जय सिंह
 

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