माँ....
माँ....
तेरी गोद
मुझे
मेरे अनमोल होने का एहसास कराती है |
माँ....
तेरी हिम्मत
मुझे
संसार जितने का विश्वास दिलाती है |
माँ....
तेरी सीख
मुझे
आदमी से इन्सान बनाती है |
माँ....
तेरी डॉट
मुझे
रोज़ नई राह दिखाती है |
माँ....
तेरी सूरत
मुझे
मेरी पहचान बताती है |
माँ.... तेरी पूजा
मेरी
हर पाप मिटाती है |
माँ....
तेरी लोरी
अब भी
मीठी नींद सुलाती है |
माँ....
तेरी एक मुस्कान
रोज़
सारी थकान मिटाती है |
माँ....
तेरी याद
हर पल
मुझे बेचैन कर जाती है |
माँ....
ये तेरी प्यारी तस्वीर
मेरे
अकेलेपन को दूर भगाती है ||
माँ....
ओ मेरी माँ..... |
आपका ---- जय सिंह